साल १९३९ में हुए नाज़ी हमले के बाद पेरिस के इस फ्लैट में रहने वाली फ्लोरियन नामक महिला इस जगह को बंदकर यहाँ से भाग गयी| उन्होंने फ्रांस में अपना नया ठिकाना बनाया और वहीँ रहने लगी|
जिसके बाद वह कभी पेरिस के इस फ्लैट को देखने तक नहीं आयी| लेकिन ७० साल बाद जब इनका परिवार पेरिस वापस लौटा और बंद पड़े इस घर का दरवाज़ा खुला तो इनकी आँखें खुली की खुली रह गयी|
फ्लोरियन ने जब इस फ्लैट को छोड़ा था तब उनकी उम्र २३ साल की थी| साल २०१० में उनकी मौत के बाद जब परिवारवालों को पता चला कि पिछले ७० सालों से फ्लोरियन पेरिस के अपने एक घर का रेंट भर रही थी|
जिसके बाद परिवारवालों ने वहां जाने का फैसला किया| उन्हें लगा कि वहां फ्लोरियन की कुछ पुरानी यादें होगी, जिसे वो अपने साथ ले आएंगे| लेकिन जब इस फ्लैट का दरवाजा खुला तो सब हैरान हो गए|
घर के अंदर बेशकीमती चीजें, दुर्लभ पेंटिंग और कीमती सामान रखा हुआ था| इस घर में रखा इस सामान की कीमत लाखों-करोड़ो में थी| फ्लोरियन के इस घर में लगी एक पेंटिंग को २१ करोड़ से भी ज्यादा की कीमत में बेचा गया| घरवालों ने इसके अलावा भी सारे सामानों की नीलामी की और करोड़पति बन गए|