लेडीरिनथिक ग्रोटा
पुर्तगाल के सिन्तारा के समीप क्यूंटा डा रिगालेरिया के पास स्थित यह कुआँ यूनेस्को द्वारा संरक्षित हेरिटेज साइट है| ४ मंजिलो जितना गहरा यह कुआँ किसी उल्टे टावर की तरह दिखाई देता है और जमीन के अंदर जाते हुए संकरा होता जाता है| इसी कुँए के पास एक और छोटा कुआँ है, ये दोनों कुँए एक सुरंग के द्वारा एक दुसरे से जुड़े हुए है|
विशिंग वेल
इस कुँए को विशिंग वेल भी कहा जाता है| लोगों की ऐसी मान्यता है कि यह कुआँ लोगों की इक्षाएं पूरी करता है| लोग इस कुँए में सिक्का डालकर मन्नत मांगते है|
रहस्य
यहाँ इस कुँए को देखने के लिए कई पर्यटक आते है, जिनके बीच एक ही सवाल उठता है कि कुँए की जमीन के अंदर से यह अजीब सी रोशनी आती कहाँ से है| जी हाँ, इस कुँए की जमीन से एक अजीब सी रोशनी बाहर की तरफ आती है और हैरानी की बात यह है कि कुँए के अंदर प्रकाश की कोई भी व्यवस्था नहीं है| ऐसे में रोशनी का आना एक रहस्य बन गया है| कहा जाता है कि इस कुँए का निर्माण पानी को संगृहीत करने के उद्देश्य से नहीं, बल्कि गोपनीय दीक्षा संस्कारों के लिए किया जाता था|
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