बॉलीवुड की दुनिया में मुसीबत किसी पर भी और कभी भी आ सकती है। फिर चाहे वो बॉलीवुड का सुपरस्टार ही क्यों ना हो? ऐसी ही एक मुसीबत में एक बार फंस गए थे अमिताभ बच्चन और उस समय उनकी मदद के लिए आगे आये थे सुपरस्टार अजय देवगन । चलिए जानते है क्या है किस्सा?
ये बात है साल १९९८ की फिल्म ‘मेजर साब’ की, जो किअमिताभ बच्चनकी होम प्रोडक्शन फिल्म थी। इस फिल्म में खुद अमिताभ बच्चन अभिनय कर रहे थे और उनके साथअजय देवगन, सोनाली बेंद्रे और नफीसा अली भी काम कर रहे थे। इस फिल्म का निर्देशन कर रहे अमिताभ बच्चन के ज़िगरी दोस्त टीनू आनंद और अभिषेक बच्चन इस फिल्म के लिए सहायक निर्देशक के तौर पर काम कर रहे थे।
कहा जाता है कि यह फिल्मअमिताभ बच्चनके करियर के लिए महत्वपूर्ण थी क्यूंकि वो अपने राजनीती के करियर के बाद इस फिल्म से बॉलीवुड में वापसी करना चाहते थे। मगर इस फिल्म को बनाते-बनाते थोड़ा ज्यादा समय लग गया। फिल्म अमिताभ के लिए बेहद जरुरी थी और इसी वजह से उन्होंने अपने मित्र टीनू आनंद को इस फिल्म के निर्देशन का काम सौंपा था। जिनके साथ अमिताभ ने ‘कालिया’, ‘मैं आज़ाद हूं’ और ‘शहंशाह’ जैसी फ़िल्में कर चुके है।
एक बार फिल्म की शूटिंग के दौरान जबअमिताभ बच्चनएक सीन को शूट करने के बाद ऐसा लगा कि जो सीन उन्होंने अभी दिया है वो कुछ ठीक तरह से नहीं हुआ है। इसीलिए उन्होंने टीनू आनंद से उस सीन को दोबारा शूट करने की गुजारिश की। मगर टीनू आनंद ने ये कहते हुए इस सीन का रिटेक लेने से मना कर दिया कि उनके हिसाब से सीन बराबर है और उन्हें नहीं लगता है कि उस सीन को फिर से शूट करने की जरुरत है।
अमिताभ बच्चनके दो-तीन बार बोलने के बाद भी जब टीनू आनंद नहीं माने तो अमिताभ को थोड़ा सा गुस्सा आ गया। क्यूंकि वो खुद इस फिल्म को प्रोडूस कर रहे थे और जब फिल्म का प्रोडूसर जब सीन को दोबारा शूट करने के लिए कह रहा है तो निर्देशक को क्यों तकलीफ हो रही है? ऐसे में अमिताभ बच्चन ने टीनू आनंद से कह दिया कि ‘इस फिल्म का प्रोडूसर मैं हूं और मैं चाहता हूं कि इस सीन को फिर से शूट किया जाए।’
इस पर टीनू आनंद नेअमिताभ बच्चनको बेधड़क होकर ऐसा जवाब दे दिया कि अमित जी सोच में पड़ गए। टीनू आनंद ने अमिताभ को कह दिया कि ‘अगर आप प्रोडूसर हो तो फिल्म का निर्देशन भी आप ही कर लो।’ इतना कहकर टीनू आनंद उस दिन फिल्म का सेट छोड़कर वहां से चले गए।
इसके बाद दो से तीन निकल गए। टीनू आनंद सेट पर आ ही नहीं रहे थे। इधर मुसीबत में फंसेअमिताभ बच्चनबहुत ही ज्यादा टेंशन में थे। ये फिल्म एक तो उनकी होम प्रोडक्शन फिल्म थी और पहले से ही इसे बनने में देरी हो चुकी थी, इसीलिए उन्हें इस फिल्म को जल्द से जल्द पूरी करना चाहते थे। जब उन्होंने टीनू आनंद से बात की तो टीनू आनंद ने कहा कि वो बीमार है और डॉक्टर ने उन्हें आराम करने के लिए कहा है।
खैर, ये बात कितनी सच थी और कितनी झूठ इसका तो पता नहीं, मगर कुछ दिन बीत जाने के बाद भी टीनू आनंद फिल्म के सेट पर आये ही नहीं। सेट तैयार था, सारे कलाकार तैयार थे, मगर एक निर्देशक के ना होने की वजह से फिल्म की शूटिंग रुकी हुई थी। उस समय अमित जी परिस्थिति में थे कि वो कम से कम बजट में इस फिल्म को पूरा करना चाहते थे।
मशहूर वेबसाइट ‘IMDb’ के मुताबिक तब सामने आयेअजय देवगन, जिनसे अमित जी को मुसीबत में देखा नहीं गया। अजय देवगन ने अमिताभ बच्चन से इस फिल्म का निर्देशन करने की इच्छा जताई। अजय ने बताया कि उन्हें फिल्म मेकिंग के बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी है क्यूंकि उन्होंने अपने पिता वीरू देवगन के साथ कई दफा फिल्मों का निर्देशन होते हुए देखा है।
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इसके बादअजय देवगनने फिल्म ‘मेजर साब’ के कुछ पार्ट की शूटिंग पूरी की थी जिसमें उनके कुछ सहायक निर्देशक रह चुके दोस्तों ने भी मदद की थी। तो इस तरह जबअमिताभ बच्चनजी के दोस्त उनसे नाराज़ होकर चले गए थे तब अजय देवगन, अमित जी के काम आये थे।
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