बॉलीवुड की इस मायावी दुनिया में उगते सूरज को हर कोई सलाम करता है, ये तो हम सब जानते ही है। परदे पर दर्शकों का मनोरंजन करने वाले कलाकारों की निजी जिंदगी परदे के पीछे कैसी होती है ये शायद ही दर्शकों को मालूम पड़ती होगी। ऐसे ही अभिनेता Raj Kiran ने 70 के दशक में हिंदी सिनेमा में काम करके दर्शकों का खूब प्यार बटोरा और अपनी एक पहचान बनाई।
Raj Kiran
तस्वीरें देखकर आपने इस अभिनेता को पहचान ही लिया होगा, जी हाँ दोस्तों, ये है अभिनेता Raj Kiran, जिन्होंने ‘अर्थ’, ‘प्यार का मंदिर’, ‘प्यार का देवता’ जैसी कई यादगार फ़िल्में बॉलीवुड को दी है। ये वही अभिनेता है जिन्होंने सुभाष है की फिल्म ‘क़र्ज़’ में ऋषि कपूर के पिछले जन्म का किरदार निभाया था।
मगर, आज राज किरण इस कदर गुमनामी के अंधेरों में खो गए है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस अभिनेता की कोई खबर ही नहीं है कि ये कहां है। एक समय तो ऐसा आया कि लोग इन्हें मरा हुआ ही समझ बैठे थे।
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5 फरवरी 1949 में मुंबई के एक सिंधी परिवार में जन्में Raj Kiran को बॉलीवुड में एक अभिनेता के रूप में तब पहचान मिली जब साल 1975 में उन्होंने निर्देशक बी आर इशरा की फिल्म ‘कागज़ की नाव’ में अभिनेत्री सारिका के साथ काम किया। इसके बाद 80 के दशक में Raj Kiran करीब 100 से भी अधिक फिल्मों में दिखाई दिए। अपने करियर में उन्होंने प्रमुख और सहायक भूमिकाओं को स्वीकार किया और अपनी पहचान बॉलीवुड में स्थापित की।
1980 में निर्माता-निर्देशक सुभाष है की सुपरहिट फिल्म ‘क़र्ज़’ में इन्होंने ऋषि कपूर के पिछले जन्म के किरदार को निभाया था, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया था। इसके बाद साल 1982 में स्मिता पाटिल और शबाना आज़मी के साथ फिल्म ‘अर्थ’ में इनके काम को सराहा गया।
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साल 1988 में फिल्म ‘एक नया रिश्ता’ में अभिनेत्री रेखा के साथ भी काम किया। आखिरी बार Raj Kiran को साल 1994 में फिल्म ‘वारिस’ और शेखर सुमन के एक सीरियल ‘रिपोर्टर’ में देखा गया। फिर ऐसा क्या हुआ कि इस कलाकार को पागलखाने में भर्ती कर दिया गया? और साल 2003 से वो लापता हो गए।
बॉलीवुड में Raj Kiranको जानने वाले ये मानते है कि फिल्मों में काम ना मिलने की वजह से राज किरण डिप्रेशन में चले गए जिसके चलते उन्हें मुंबई के भायखला के पागलखाने में इलाज के लिए भर्ती किया गया।
Raj Kiran के करीबी रहे निर्देशक महेश भट्ट ने साल 2011 में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जब वे मुंबई के एक अस्पताल में उनसे मिले तो उनकी हालत ठीक नहीं थी। वो डिप्रेशन में थे। उस समय महेश भट्ट ने उन्हें फिल्मों में काम दिलाने का वादा भी किया और कोशिश भी की।
मगर इस इंडस्ट्री में एक बार किसी के पागल होने की खबर फ़ैल जाए तो कोई भी उसके साथ काम करने को तैयार नहीं होता। महेश भट्ट ने ये भी कहा कि किरण अपने भाई से मिलने अमेरिका चले गए। इसके बाद उनके मरने की खबर बॉलीवुड में फ़ैल गयी थी।
बॉलीवुड में Raj Kiranके अच्छे दोस्त रहे ऋषि कपूर और दीप्ती नवल ने साल 2011 में राज किरण को खोज निकालने की मुहीम चलायी। जिसमें दीप्ती नवल ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि ‘फ़िल्मी दुनिया के एक दोस्त की तलाश है। उनका नाम राज किरण है। हमें उनकी कोई खबर नहीं है। आखिरी बार उनके बारे में ये सुना था कि वे न्यूयॉर्क में कैब चला रहे है। अगर किसी के पास इसकी कोई जानकारी है तो गुजारिश है कि हमें बताएं।’
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साल 2011 में जब ऋषि कपूर अमेरिका गए तो उन्होंने Raj Kiranके भाई गोविन्द महतानी को फ़ोन किया तो उन्होंने ये बताया कि राज किरण ‘अटलांटा’ के एक अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है जहां अपने खुद के इलाज के लिए उसी अस्पताल में उन्हें काम भी करना पड़ता है।
साल 2011 में Raj Kiranकी बेटी ऋषिका ने एक सार्वजनिक बयान जारी कर इस बात से इंकार किया कि राज किरण अटलांटा के अस्पताल में है। वह और उनके परिवार पिछले 8 सालों से न्यूयॉर्क पुलिस और निजी जासूसों की सहायता से राज किरण को तलाश कर रहे है। अब पिछले 17 सालों से ये अभिनेता गुमशुदा है और किसी को इसकी कोई खबर नहीं है।
बताया जाता है कि फ़िल्में छोड़ने के बाद भी Raj Kiranके पास पैसे की कमी नहीं थी, लेकिन डिप्रेशन का इलाज कराते-कराते सारा पैसा ख़त्म हो गया और ऐसी हालत में परिवार वालों ने भी उनका साथ छोड़ दिया था।
दोस्तों, इस बेहतरीन अभिनेता के इस गुमनामी के बारे में आपका क्या कहना है? क्या आपको लगता है कि इस कलाकार को ढूंढ़ने की कोशिश लोगों को करनी चाहिए थी। अपनी राय और प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। दोस्तों, अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा।