May 3, 2024

ये है सचिन तेंदुलकर से जुडी रोचक जानकारियां

दोस्तों, सचिन रमेश तेंदुलकर को आज किसी पहचान की जरुरत तो नहीं है| मगर सचिन तेंदुलकर जुडी बातें जरूर है, जो शायद आप लोगों ने सुनी भी होगी और नहीं भी सुनी होगी| तो चलिए आज आपको उनके बारे में कुछ रोचक जानकारिया आज हम आपको बताते है|

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सचिन रमेश तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 में हुआ| सचिन का पहला प्यार क्रिकेट तो दूसरा प्यार म्यूजिक है| सचिन तब से म्यूजिक सुन रहे है जब उन्हें इसकी समझ भी नहीं थी|cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, साल 2008 में पद्म भूषण पुरस्कार, भारत में सबसे कम उम्र में और सबसे पहले खिलाडी सचिन रमेश तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है|cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

सचिन के लिए उनका पहला बल्ला काफी ख़ास है| ये बल्ला उनकी बड़ी बहन सविता कश्मीर से लायी थी| सविता एक हॉलीडे ट्रिप के लिए कश्मीर गयी थी| उस समय सचिन की उम्र महज 5 वर्ष थी|cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

अपने शुरुवाती दौर में सचिन जब अभ्यास करते थे तब उनके कोच स्टंप पर एक रुपये का सिक्का रख देते थे| जो गेंदबाज़ सचिन को आउट कर लेता वो सिक्का उसको दे देते थे और अगर सचिन बिना आउट हुए पूरे समय बल्लेबाजी करने में सफल हो जाते तो ये सिक्का उनका हो जाता था| ऐसे करके सचिन ने अपने कोच से कुल 13 सिक्के जीते थे, जो आज भी उन्हें प्रिय है|

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9 साल की उम्र में सचिन अपने दोस्तों के साथ चाइनीस खाने के लिए एक होटल में गए थे, जिसके लिए सब लोगों ने 10-10 रुपये इकट्ठे किये थे| होटल में जो भी चाइनीस डिश आर्डर की गयी वो सचिन तक पहुंचते-पहुंचते ख़त्म हो जाते थे, क्यूंकि सचिन सबसे लास्ट में बैठे थे| इस वजह से सचिन को महज 2-4 चम्मच ही खाना मिल पाया था और वो भूके ही घर लौट आये थे|

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साल 2003 के आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान, सुपर सिक्स के मुकाबले में जब भारत का मैच श्रीलंका के खिलाफ था| इस मैच के ठीक एक दिन पहले से ही सचिन का पेट ख़राब था और उन्हें दस्त भी हो रहे थे| मैच शुरू होने से पहले सचिन भी इसी बात को लेकर बेहद परेशान भी थे| मगर सचिन ने वो मैच खेलने के लिए अपने कच्छे में टिश्यू रखकर मैदान पर उतरे थे| ड्रिंक के समय उन्हें एक बार ड्रेसिंग रूम में भी जाना पड़ा था| फिर भी सचिन ने इस मैच में 120 बॉल में 97 रन की पारी खेली थी, जो उस मैच की सबसे ज्यादा रनों की पारी थी| भारत ने यह मैच 183 रनों से जीता था|cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

सचिन जब कप्तान थे तो भले ही उनकी कप्तानी में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हो| मगर अपनी कप्तानी छोड़ने के बाद उन्होंने सौरव गांगुली को कप्तान बनाया| यहाँ तक की धोनी को भी टी 20 का कप्तान बनाने की सिफारिश भी सचिन ने की थी| सचिन ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि ‘मैंने कप्तानी छोड़ने के बाद जितने भी लोगों की सिफारिश की या जिनके नेतृत्व में खेला – सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, एमएस धोनी – उनके साथ मेरा सम्बन्ध अच्छा था और जब मुझे जरुरी लगता था, तो मैं उन्हें अपनी राय देता और फिर अंतिम निर्णय उन पर छोड़ देता था|’cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

10 साल की उम्र में जब सचिन अपने सबसे बड़े भाई नितिन के साथ एक फ्लाइट का इंतज़ार कर रहे थे| फ्लाइट लेट होने पर उन्होंने डिनर किया तब सचिन ने पहली बार चिकन तंदूरी खाई थी जो उनकी फेवरेट डिश बन गयी थी|cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

सचिन के सभी दोस्तों के पास साइकिल थी| सचिन ने भी अपने माता-पिता से साइकिल के लिए जिद की और कहा कि जब तक उन्हें साइकिल नहीं मिलेगी वो नीचे खेलने नहीं जाएंगे| करीब १ हफ्ते तक सचिन घर से बाहर नहीं निकले और गुस्से में घर पर ही बंद रहे| ऐसे में घर की बाल्कनी में से सर निकालकर नीचे झांकते सचिन ने अपना सर ग्रिल में फंसा लिया, जिसे निकालने के लिए करीब आधे घंटे तक मशक्कत करके निकाला गया|

इस घटना से घबराये पिता ने तुरंत सचिन को नयी साइकिल लाकर दे दी थी| 12 साल के उम्र में जब सचिन शिवाजी पार्क में एक मैच खेल रहे थे तब वो उस टीम के कप्तान थे| जब टीम के विकेटकीपर के चोटिल होने पर कोई विकेटकीपिंग के लिए तैयार नहीं हुआ, तब सचिन ने जिम्मेदारी लेते हुए विकेटकीपिंग की थी| cricket-ke-kisse-god-of-cricket-unknown-facts-about-sachin-tendulkar

सचिन ने पहले कभी विकेटकीपिंग नहीं की थी, तभी एक बॉल तेजी से उनकी आँख के पास लग गयी और सचिन के चेहरे से खून बहने लगा| सचिन ऐसे बहता हुआ खून लेकर बस में घर नहीं जाना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने अपने दोस्तों से लिफ्ट मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की| तब अपना किटबैग लेकर बहते हुए खून के साथ सचिन पैदल घर के लिए चल दिए थे|

23 दिसंबर 2012 को सचिन ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी| टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करते समय उन्होंने कहा था कि ‘देश का प्रतिनिधित्व करना और पूरी दुनिया में खेलना मेरे लिए एक बड़ा सम्मान था| मुझे घरेलु जमीन पर 200 वां टेस्ट खेलने का इंतज़ार है| जिसके बाद मैं संन्यास ले लूँगा|’ इसी अनुसार सचिन ने अपना अंतिम टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ही खेला था|

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