वैसे तो अभिनेता धर्मेंद्र काफी शांत और शरीफ इंसान माने जाते है, मगर जब मामला हेमा मालिनी का हो तो फिर पाजी का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। ऐसा ही एक किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे है जिसमें धरम पाजी के गुस्से का शिकार निर्माता – निर्देशक सुभाष घई भी हुए थे। तो चलिए जानते है Aakhir Kyun Dharmendra Ne खूब तमाचे मारे थे निर्देशक Subhash Ghai को?
बात उस समय की है जब साल १९८१ में निर्देशक सुभाष घई फिल्म ‘क्रोधी’ बना रहे थे। इस फिल्म में शशी कपूर, जीनत अमान, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी लीड रोले कर रहे थे। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्माने जाने वाले एक सीन के लिए हेमा मालिनी को बिकिनी पहनना जरुरी था। बिकिनी वाले इस सीन के बारे में जब सुभाष घई ने हेमा मालिनी को बताया तो हेमा मालिनी ने इस सीन को करने के लिए साफ़ मना कर दिया था।
सुभाष घई ने हेमा मालिनी को बताया कि ये सीन स्विमिंग पूल पर फिल्माया जा रहा है और उनको बिकिनी पहननी ही होगी। ऐसे ही बार-बार सुभाष घई ने हेमा मालिनी को बिकिनी पहनने पर खूब जोर डाला, जिससे हेमा नाराज़ हो गयी।
बार-बार जोर डालने पर हेमा मालिनी बिकिनी की जगह कोई रिवीलिंग ड्रेस पहनने के लिए राजी हो गयी। इसके बाद फिल्म के इस दृश्य को फिल्माया गया। मगर किसी तरह ये बात धर्मेंद्र तक पहुंच गयी और पता चलने पर धर्मेंद्र आगबबूला हो गए।
फिर क्या था, धर्मेंद्र ने सेट पर आकर सुभाष घई को मारना शुरू कर दिया। उन्होंने सुभाष को कई तमाचे जड़ दिए कि तभी वहां मौजूद फिल्म निर्माता रंजीत वीज ने धर्मेंद्र को रोक लिया। बहुत समझाने के बाद धर्मेंद्र ने सुभाष घई को छोड़ा और साथ में धमकी भी दी थी। इसके बाद दर के मारे सुभाष घई ने अपनी फिल्म से इस सीन को ही निकाल दिया।
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