बॉलीवुड में हरफनमौला रह चुके किशोर कुमार ने इंडस्ट्री के करीब हर एक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को साबित किया है, फिर चाहे वो अभिनय करना हो, गीत गाना हो, कॉमेडी करना हो या फिर फिल्म बनाना हो। हर तरह का काम उन्होंने किया है। मगर ऐसा क्या हुआ कि किसी ने उनकी चुगली इनकम टैक्स वालों से कर दी औरकिशोर कुमार के घर में छापा पड़ गया। चलिए जानते है ये किस्सा।ये बात है साल १९६२ की, जबकिशोर कुमार और मधुबाला की फिल्म ‘हाफ टिकट’ रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन कालिदास जी ने किया था। जैसा कि सब जानते है कि किशोर कुमार एक्टिंग के साथ-साथ गाने गाना और कई कामों में एक ही समय में व्यस्त रहा करते थे। फिल्म ‘हाफ टिकट’ की शूटिंग के दौरान इसी वजह से किशोर दा सेट पर लेट हो जाया करते थे।
सेट पर लेट आने का सिलसिला सिर्फ एक या दो दिन तक का हो तो ठीक मगर ये सिलसिला अगर रोज-रोज होगा तो जाहिर सी बात है फिल्म के निर्माता-निर्देशक और यूनिट के लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्यूंकि हर कोई तय किये समय के हिसाब से अपनी तैयारी कर लेते है। ऐसे में किसी के समय पर ना पहुंचने पर काम रुक जाता है।उस दौरानकिशोर कुमार काम में व्यस्त होने की वजह से सेट पर हमेशा लेट पहुंचते थे। फिल्म का निर्देशन कर रहे कालिदास उनकी इस आदत से काफी परेशान हो चुके थे। एक दिन कालिदास जी के सब्र का बांध टूट गया और वो काफी गुस्से में आ गए। हालांकि किशोर दा , कालिदास जी से काफी सीनियर थे। इसी कारण कालिदास जी,किशोर साहबको कुछ कह नहीं पाते थे।ऐसे में कालिदास जी ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट मेंकिशोर साहब की शिकायत कर दी। फिर क्या था? किशोर दा के घर इनकम टैक्स वालों ने छापा मार दिया। किशोर साहबको इसका काफी नुक्सान हुआ। परेशानी तो हुई, साथ ही साथ उनके समय की बर्बादी भी।जाहिर सी बात है इन सब मामलों में कागजी दस्तावेजों में काफी परेशानी होती है। अपना काम-धाम छोड़करकिशोर दा को ये मामला निपटाने में काफी समय लग गया। वैसे तो किशोर दा पैसों के मामले में काफी सख्त थे। जब तक पैसा नहीं आता था, वो पूरी तरह से काम नहीं करते थे। पैसे पूरे आने के बाद ही काम पूरा करते थे।इनकम टैक्स से निपटारा करने के बादकिशोर कुमार को कहीं न कहीं से पता चल गया कि ये हरकत किसने की थी। कालिदास जी का नाम पता चलने के बाद किशोर दा ने उन्हें सामने कुछ नहीं कहा और एक दिन कालीदास जी को चाय पर बुला लिया।चाय पीने के बाद किशोर कुमार, कालिदास जी को एक कमरें में ले गए।कालिदास जी जैसे ही अंदर गए किशोर कुमार चुपके से बाहर आये और बाहर से कमरा बंद कर दिया। कालिदास जी ने खूब दरवाजा पीटा, खूब आवाजें लगाई, मगर किशोर दा ने दरवाजानहीं खोला।
आखिरकार कालिदास जी थक-हारकर बैठ गए। अब तक तो उन्हें ये समझ में आ गया था कि इनकम टैक्स वाली बातकिशोर कुमारको पता चल गयी है। करीब दो से तीन घंटों बाद जब किशोर कुमार ने दरवाजा खोला और कहा कि अब दोबारा मेरे घर नहीं आना। इस वाकये के बाद भी किशोर कुमार ने उनकी फिल्म ‘हाफ टिकट’ की शूटिंग पूरी की और डबल आवाज में मशहूर गाना ‘आके सीधी लगी जैसे दिल पे कटारिया’ भी गाया।दोस्तों,किशोर कुमार साहब जितने फिल्म स्क्रीन पर मजाकिया नज़र आते थे वैसे ही असल जिंदगी में भी थे, आपका इसके बारे में क्या कहना है? कृपया कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइयेगा और जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा।
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