पृथ्वी पर ऐसी कई जगहें है जहाँ भौगोलिक गतिविधियों के कारण Garam Pani Ke Kund और झरने पाए जाते है| इनमे से अधिकतर कुंडों में विशेष औषधीय गुण होते है, जिसका कारण कुंड के पानी में स्थित कई प्रकार के खनिज तत्वों का होना है| जिसकी वजह से इन गर्म पानी के कुंडों में नहाने से कई तरह के त्वचा रोग व बीमारिया ठीक हो जाती है| आज हम आपको भारत में स्थित ऐसे ही कुछ कुंडों के बारे में बताने जा रहे है|
राजगीर के जल कुंड
भारत के पटना के समीप स्थित राजगीर को सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है| यह कभी मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी| राजगीर न सिर्फ एक प्रसिद्द धार्मिक तीर्थस्थल है बल्कि एक खूबसूरत हेल्थ रेसॉर्ट के रूप में भी काफी लोकप्रिय जगह है|
कथाओं के अनुसार भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र राजा बासु ने राजगीर के ब्रह्मकुंड परिसर में एक यज्ञ का आयोजन कराया था| इसी दौरान आये सभी देवी-देवताओं को एक ही कुंड में स्नान करने में परेशानी होने लगी| तभी ब्रह्मा ने यहाँ 22 कुंड और 52 जलधाराओं का निर्माण किया था|
इन कुंडों के पानी में सल्फर, सोडियम और गंधक जैसे केमिकल होने की वजह से रोग मिटाने वाले होते है| पानी का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक होता है| जिसे पाताल गंगा के नाम से भी जाना जाता है| इन कुंडों के नाम ऋषि-मुनियों के नाम पर रखे गए है|
बरकेश्वर जल कुंड
इस जगह को पश्चिम बंगाल का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है| इस जगह पर गर्म पानी के 10 कुंडों की वजह से पश्चिम बंगाल के भ्रमण स्थलों में एक अलग पहचान रही है| जिनमे सबसे गर्म कुंड जिसे अग्नि कुंड कहते है, 67 डिग्री तापमान तक गर्म है| इसके अलावा भैरव कुंड – 65 डिग्री, खीर – 66 डिग्री, नृसिंह – 66 डिग्री, सूर्या – 66 डिग्री, सौभाग्य कुंड – 45 डिग्री और पापहरा कुंड – 48 डिग्री तापमान की है| इस जगह पर देश के कोने-कोने से लोग स्नान करने के लिए आते है|
मणिकरण
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से 45 किलोमीटर दूर मणिकरण कुंड स्थित है| इस कुंड के जल में अधिक मात्रा में सल्फर, यूरेनियम और अन्य रेडियोएक्टिव तत्व पाए जाते है| इस पानी का तापमान बहुत अधिक है| यह स्थान हिन्दू और सिखों के लिए आस्था का केंद्र है|
कहा जाता है कि सिखों के पहले गुरु नानक देव अपने साथी मर्दाना के साथ यहाँ आये थे| यह गुरुद्वारा उन्हीं की याद में बना है| यहाँ एक प्रसिद्ध राम मंदिर है| कहा जाता है कि यहाँ एक मूर्ती अयोध्या से लाकर स्थापित की गयी थी| इसके अलावा यहाँ और कई मंदिर भी है| पार्वती वैली में स्थित इस जगह पर आने वाले लोगों को गर्म पानी में दाल-चावल बनाते हुए देखा जा सकता है|
अत्रि जल कुंड
ओडिशा का अत्रि कुंड अपने सल्फर युक्त गर्म पानी के कुंडों के लिए काफी प्रसिद्ध है| यह जलकुंड भुबनेश्वर से करीब 42 किमी की दूरी पर स्थित है| इस कुंड के पानी का तापमान 55 डिग्री तक रहता है| कुंड में स्नान करने से ताजगी महसूस होती है और थकान दूर हो जाती है| अत्रि में हाटकेश्वर मंदिर के दर्शन करने आये सैलानी इस कुंड में स्नान जरूर करते है|
यूमेसमडोंग
यह जगह सिक्किम के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में एक है| उत्तर-पूर्वी राज्यों में स्थित ये कुंड 15500 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है| यूमेसमडोंग में 14 सल्फर के जल से युक्त कुंड है| जिनका तापमान लगभग 50 डिग्री रहता है| इनमे सबसे प्रसिद्ध बोरोंग और रालोंग है जहाँ साल भर पर्यटकों का तांता लगा रहता है|
पनामिक
लद्दाख में स्थित नुब्रा वैली जो सियाचिन ग्लैशियर से करीब 9 किमी की दूरी पर स्थित है| यह स्थान गर्म पानी के कुंड के लिए भी जाना जाता है| नुब्रा वैली का मतलब है फूलों की घाटी| यहाँ का पानी बहुत अधिक गर्म होता है| इस कुंड से पानी से बुलबुले निकलते दिखाई देते है| यह पानी इतना गर्म होता है कि इसे छुआ नहीं जा सकता|
तुलसी श्याम कुंड
जूनागढ़ से 65 किमी की दूरी पर स्थित तुलसी श्याम कुंड है| यहाँ गर्म पानी के तीन कुंड है| इनकी खासियत यह कि इन तीनों कुंडों के पानी का तापमान अलग-अलग रहता है| तुलसी श्याम कुंड के पास ही करीब 700 साल पुराना रुक्मणि देवी का मंदिर है|
झारखण्ड के ६० Garam Pani Ke Kund
भारत में गर्म पानी के स्त्रोतों के मामले में झारखण्ड सबसे आगे है| यहाँ पर 60 Garam Pani Ke Kund मौजूद है| जिनमे से प्रमुख तातलोई, थराय पानी, नुंबिल, तपत पानी, सुसुम पानी, रानेश्वर, चर्क खुर्द, सीदपुर, सूरज कुंड इत्यादि है|
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