Agra Fort – भारत के इस किले में कभी हुआ करता था कोहिनूर हीरा
वैसे तो भारत में ऐसे कई किले है जो अपनी नायाब बनावट और ख़ूबसूरती के लिए बेहद प्रसिद्ध है| सात अजूबों में शामिल आगरा का ताजमहल दुनिया में सच्चे प्यार की निशानी के तौर पर जाना जाता है| मगर ताजमहल से मात्र 1.5 किमी की दूरी पर स्थित Agra Fort (आगरा का किला) भी यहाँ आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है|
Agra Fort (आगरा का किला)
आगरा के इस किले को पहले बादलगढ़ के नाम से जाना जाता था| मगर उस समय इस किले की अवस्था काफी ख़राब थी| लेकिन Akbar ने इस किले के महत्त्व को जाना और इस किले को लाल पत्थरों से दोबारा बनवाया|
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साल 1638 में इस किले का निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहां ने करवाया था| जिसके बाद कई दफा मुगलों द्वारा Agra Fort में कई तरह के बदलाव किये गए थे| बता दें कि इस किले के वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी ने इसे Design किया था, जिन्होंने आगरा की शान ताजमहल जैसी महँ कृति को भी Design किया था|
किले को बनाने में करीब 10 साल का समय लगा था और ये साल 1648 में पूरा हुआ था| किले को बनाने में कुशल कारीगरी का प्रयोग किया गया| हिंदू पक्ष के अनुसार लाल किले का वास्तविक नाम लाल कोट है जिसे पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था| कुछ लोग यह भी मानते है कि इसे पृथ्वीराज चौहान के नाना अनंगपाल तोमर द्वारा सन 1060 ईस्वी में बनवाया गया था|
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दुनिया का सबसे बेशकीमती हीरा जिसे KOHINOOR हीरा कहते है, कभी शाहजहां के ताज का एक भाग हुआ करता था| इस ताज को पहनकर शाहजहां दीवाने-ए-ख़ास में बैठा करते थे| शाहजहां के बाद औरंगजेब तथा हुमायूं ने अपने राज्य के इस अमूल्य हीरे की सुरक्षा की है|
लाल किले के दो प्रवेश द्वार है दिल्ली गेट और लाहौर गेट, जिसमे मुख्य प्रवेश द्वार को लाहौर गेट कहा जाता है| इसके अलावा इस किले में और भी कई दर्शनीय स्थल है|
लाहौरी दरवाजा
यह किले का मुख्य दरवाजा है, जिसका मुख लाहौर की होने से इसे ये नाम दिया गया| साल 1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद हर साल इसी जगह पर ध्वजारोहण किया जाता है|
दिल्ली दरवाजा
यह दरवाजा किले के दक्षिणी भाग में स्थित है| ये देखने में बिलकुल लाहोरी दरवाजे की तरह है, जिसके दोनों तरफ पत्थर के विशाल हाथी बने हुए है| इसे औरंगजेब के द्वारा तोड़ दिया गया था| फिर बाद में साल 1903 में लार्ड के द्वारा फिर से बनवाया गया था|
नौबत खाना
लाहौर गेट के पूर्वी ओर स्थित यह महल संगीतकारों के लिए विशेष रूप से बनाया गया था, जहाँ रात के समय संगीत संध्या आयोजित की जाती थी|
दीवान-ए-आम
करीब 540 feet चौड़े ओर 40 feet गहरी इस जगह पर राजा अपना फैसला लिया करते थे| ये उस ज़माने में मुख्य कोर्ट के रूप में इस्तेमाल हुआ करता था|
दीवान-ए-ख़ास
दीवान-ए-आम के उत्तरी ओर दीवान-ए-ख़ास बनाया गया था| इसे संगमरमर और बहुमूल्य पत्थरों से बनाया गया था, जिसमे सिर्फ राजा रहा करते थे|
मोती मस्जिद
साल 1659 में इस मस्जिद को औरंगजेब ने बनवाया था, जो उनकी निजी मस्जिद हुआ करती थी| आपको बता दें कि इस किले पर दिसंबर 2000 में लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादियों द्वारा हमला भी हुआ था, जिसमें दो सैनिक और एक नागरिक की मृत्यु भी हुई थी| साल 2007 में यूनेस्को ने लाल किले के महत्त्व और इतिहास को देखते हुए उसे वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया था|
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