बॉलीवुड की पहली फीमेल सुपरस्टार श्रीदेवीजी ने करीब ३०० से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है। आज भले ही श्रीदेवी जैसी सशक्त अभिनेत्री हमारे बीच नहीं है, मगर उनके अभिनय से सजी कई सुपरहिट फिल्मों ने आज भी लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बना रखी है। मगर ऐसी कुछ प्रतिष्ठित फ़िल्में भी है जिनमें काम करने से श्रीदेवी ने मना कर दिया था।
जांबाज़
निर्माता-निर्देशक फ़िरोज़ खान की फिल्म जाबांज़ में दूधिया रंग की साड़ी पहने ‘हर किसी को नहीं मिलता’ गीत को गाती हुई श्रीदेवीजी को कोई कैसे भूल सकता है भला? हालांकि इस फिल्म के लिए श्रीदेवी मुख्य अभिनेत्री के रूप में पहली पसंद थी। जिसे बाद में डिंपल कपाड़िया ने निभाया था। श्रीदेवीजी की लोकप्रियता की वजह से फिरोज खान किसी भी तरह अपनी फिल्म में श्रीदेवी को कास्ट करना चाहते थे। आखिरी समय में श्रीदेवी के लिए सीमा नामक छोटी सी भूमिका का निर्माण किया गया था।
अजूबा
फिल्म अजूबा के निर्माता शशि कपूर अपनी फिल्म में अमिताभ के साथ श्रीदेवीजी को कास्ट करने के लिए बेहद उत्सुक थे। फिल्म का बजट भी अच्छा था तो दो सुपरस्टार्स को एक ही फिल्म में लाना भी संभव था। मगर यह एक ऐसा समय था जब श्रीदेवी, अमिताभ के साथ वाली कई फ़िल्में ठुकरा रही थी, क्यूंकि वो अमिताभ की बराबरी वाले रोल चाहती थी। वो इस भूमिका से खुश नहीं थी, तो उन्होंने यह फिल्म करने से मना कर दिया। जो बाद में डिंपल कपाड़िया ने किया।
लेकिन
इस फिल्म का किरदार श्रीदेवीजी के लिए ही था और इस फिल्म की निर्माता और मशहूर गायिका लता मंगेशकर चाहती थी कि श्रीदेवी ही ये किरदार करें। मगर पिता के देहांत के बाद ये फिल्म करने लिए दिमागी तौर पर राजी ना हो सकी। आख़िरकार ये भूमिका एक बार फिर डिंपल कपाड़िया के पास गयी।
बेटा
आपको जानकार हैरानी होगी कि जब श्रीदेवीजी ने इस फिल्म की कहानी श्रीदेवी के लिए लिखी गयी थी और फिल्म का एक मशहूर गीत धक धक करने लगा उनके लिए विशेष रूप से लिखा गया था। ये गीत उन्हीं की एक तेलगु ब्लॉकबस्टर फिल्म जिसमें अभिनेता चीरंजीवी साथ में थे के गीत ‘जगदेका विरुदु अत्तिलोकसुन्दरी’ का हिंदी संस्करण था। हालांकि श्रीदेवी ने अनिल कपूर के साथ पहले ही कई फ़िल्में साइन कर ली थी इसीलिए उन्होंने यह फिल्म जाने दी। जो बाद में माधुरी दीक्षित ने की।
डर
यश चोपड़ा चाहते थे कि श्रीदेवी इस रोल को करें मगर श्रीदेवी अपने किरदार से खुश नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि वो ये फिल्म करेंगी अगर उन्हें शाहरुख़ खान का रोल दिया जाए। यश चोपड़ा ने बाद में यह भी बताया था कि अच्छा हुआ श्रीदेवी ने यह फिल्म नहीं की वर्ना वो इस फिल्म के दोनों हीरो को पछाड़ देती।
बाज़ीगर
यह फिल्म पहले श्रीदेवी को ऑफर की गयी थी, जिसमें वो दोहरी भूमिका निभाने वाली थी। मगर बाद में फिल्ममेकर्स को यह एहसास हुआ कि फिल्म में श्रीदेवी को मारने के बाद दर्शक शाहरुख़ खान के किरदार के लिए सहानुभूति नहीं दे पाएंगे। इसके बाद श्रीदेवी की दोहरी भूमिका निकलकर यह रोल काजोल और शिल्पा शेट्टी को दे दिया गया।
मोहरा
इस फिल्म में रवीना टंडन ‘टिप टिप बरसा पानी’ गीत में बेहद दिलकश नज़र आयी थी। हो सकता है श्रीदेवी को ये पता था कि हम यानी कि दर्शक उन्हें पीली साड़ी में बारिश में नाचते हुए देख संभल नहीं पाएंगे, इसीलिए ये रोल दिव्या भारती के पास चला गया। हालांकि बाद में दिव्या भारती के निधन के बाद रवीना टंडन ने इस किरदार को किया और फिल्म ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
दिल तो पागल है
यह चौथी बार था जब श्रीदेवी ने शाहरुख़ खान के साथ फिल्म करने से और यशराज के निर्देशन में एक और बार हां कहने से इनकार कर दिया था। श्रीदेवी के मुताबिक उन्होंने पहले भी इस तरह की कहानी पर काम किया था और फिल्म में कुछ नया नहीं था।
मोहब्बतें
इस फिल्म में श्रीदेवी के लिए बिल्कुल ही अलग किरदार था जो सिर्फ और सिर्फ उनके लिए लिखा गया था। कहा जाता है कि इस फिल्म में उन्हें अमिताभ बच्चन के अपोजिट काम करना था, मगर जब उन्होंने इस फिल्म के लिए इनकार किया तो उस भूमिका को पूरी तरह से हटाकर नयी कहानी लिखी गयी थी।
बागबान
इस फिल्म के समय श्रीदेवी फिल्मों से काफी बड़े अंतराल के बाद फिल्मों में वापसी करने की सोच रही थी। हालांकि जब फिल्म ‘बागबान’ के लिए उन्हें ऑफर मिला तो उन्हें लगा कि ये वो फिल्म नहीं है जिससे वो फ़िल्मी दुनिया में एक बार फिर वापसी कर सके। बाद में ये रोल हेमा मालिनी के खाते में आया।
बाहुबली
इस फिल्म के लिए ना कहने का कारण मीडिया में सुर्ख़ियों में बना रहा था। कहा जाता है कि श्रीदेवी ने इस फिल्म में शिवगामी की भूमिका के लिए ज्यादा रकम की मांग की थी। मगर श्रीदेवी ने इस पर चुप्पी साध रखी थी। बाद में यह भूमिका अभिनेत्री रम्या कृष्णन को दी गयी थी।
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श्रीदेवी और उनका स्टारडम बॉलीवुड में काफी बड़ा था। अगर वो ये फ़िल्में भी कर लेती तो उनका करियर किन ऊचाइयों पर होता ये कोई सोच भी नहीं सकता था। बहरहाल, बॉलीवुड अपनी सुंदरता और प्रतिभा के प्रतिक श्रीदेवी को अब हमेशा के लिए खो चूका है। रह गयी है तो सिर्फ श्रीदेवी की यादें।
दोस्तों, आपके मुताबिक अगर श्रीदेवी इन फिल्मों में होती तो क्या होता? कृपया अपनी राय कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइयेगा और जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा।
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