November 30, 2023

जब समुद्र में मिला, समुद्र मंथन वाला मंदराचल पर्वत

जब समुद्र में मिला, समुद्र मंथन वाला मंदराचल पर्वत

समय-समय पर हमें ऐसे कुछ प्रमाण मिलते रहते है जो इस बात को सिद्ध करते है कि हमारे पौराणिक पात्र, पौराणिक घटनाएं मात्र हमारी एक कल्पना नहीं है| पौराणिक कथाओं में हमने समुन्द्र मंथन के बारे में सुना था, जिसमे देवताओं और राक्षसों ने मिलकर मंदराचल पर्वत पर वासुकि नाग को लपेटकर समुद्र मंथन किया था| वही मंदराचल पर्वत दक्षिण गुजरात में मिला, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है|
omg-facts-mandarachal-parvat-मंदराचल पर्वत

OMG facts Mandarachal Parvat – मंदराचल पर्वत

दक्षिण गुजरात के समुद्र में मिला समुद्रमंथन वाला वही पर्वत मिला है| वैज्ञानिक परिक्षण के आधार पर इसकी पुष्टि भी की जा चुकी है| पिंजरत गाँव के समुद्र में मिला पर्वत बिहार के भागलपुर में विराजित मूल मांधार शिखर जैसा ही है| गुजरात-बिहार का पर्वत एक जैसे ही है| दोनों ही पर्वत में ग्रेनाइट की बहुलता है| इस पर्वत के बीचों बीच नाग की आकृति भी मिली है|
omg-facts-mandarachal-parvat-मंदराचल पर्वत
सामान्यतः समुद्र की गोद में मिलने वाले पर्वत ऐसे नहीं होते| सूरत के ऑर्कियोलॉजिस्ट मितुल त्रिवेदी ने कॉर्बन टेस्ट के परिक्षण के बाद यह निष्कर्ष निकाला है| ओशनोलॉजी ने अपनी वेबसाइट पर इस तथ्य की आधिकारिक रूप से पुष्टि भी की है कि यह वही समुद्रमंथन वाला पर्वत ही है|
omg-facts-mandarachal-parvat-मंदराचल पर्वतसाल १९८८ में सूरत के ओलपाड से लगे पिंजरत गाँव के समुद्र में प्राचीन द्वारका नगरी के अवशेष मिले थे| डॉ. एस.आर.राव इस साइट पर शोधकार्य कर रहे थे| सूरत के मितुल त्रिवेदी भी उनके साथ थे| विशेष कैप्सूल में डॉ. राव के साथ मितुल त्रिवेदी भी समुद्र के अंदर ८०० मीटर की गहराई तक गए थे| उसी समय समुद्र के गर्भ में एक पर्वत मिला था|
omg-facts-mandarachal-parvat-मंदराचल पर्वत
इस पर्वत पर घिसाव के निशान नज़र आये| अध्यन करने पर पहले माना गया की घिसाव के निशान जलतरंगों के हो सकते है| इसके बाद विशेष कॉर्बन टेस्ट किये जाने के बाद पता चला कि यह पर्वत मांधार पर्वत है|

पहाड़ों पर लटका हुआ है १५०० साल पुराना यह मंदिर

ऑर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट ने सबसे पहले अलग-अलग टेस्ट किये| जिससे साफ़ हुआ कि पर्वत पर नज़र आ रहे निशान जलतरंगो के कारण नहीं पड़े है| आपको बतादें के द्वारका नगरी के पास ही देवताओं और राक्षसों ने अमृत की प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन किया था| इस मंथन के लिए मंदराचल पर्वत का उपयोग किया था|

चाँद बावड़ी – सच में अदभुद है यह बावडी

दोस्तों, अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर करें और कमेंट बॉक्स में इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा|

दुनिया की कुछ ऐसी अजब गजब रोचक जानकारी जो शायद ही आपको पता होगी |  Fact from around the world that you wont believe.

दुनिया का सबसे खूबसूरत इस गाँव में नहीं है सड़कें

७ अजूबों में शामिल करने लायक है ये जगहें – फिर भी नहीं है शामिल

गूगल में काम करने का लोग देखते है सपना, मरने के बाद भी मिलती है सैलरी

दुनिया का सबसे मीठा फल जो डाइबिटीज वालों के लिए है वरदान

Reviews

No review
5
0 review
4
0 review
3
0 review
2
0 review
1
0 review
0
0 review
You must log in to post a review.
Click here to log in
No reviews yet. Be the first to post a review.