Bathu Ki Ladi Mandir – 8 महीनों की जलसमाधि लेता है ये मंदिर
हमारे भारत में ऐसे कई मंदिर है जिनके ख़ूबसूरती और आस्था के बारे में आपने सुना और देखा होगा| मगर आज हम आपको Bathu Ki Ladi Mandir के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा|
Bathu Ki Ladi Mandir (बाथू की लड़ी मंदिर)
पंजाब के जालंधर स्थित तलवाड़ा शहर से करीब 34 किलोमीटर की दूरी पर पौंग डैम की झील के बीच में बना एक अद्भुत मंदिर है, जो पूरे साल में केवल 4 महीनों तक ही नज़र आता है| बाकी के समय यह मंदिर पानी में डूबा रहता है|

Bathu Ki Ladi Mandir की मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 30 सालों से पानी में डूबे रहने पर भी आज भी यह मंदिर वैसे का वैसा ही है|
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इन मंदिरों के पास एक बहुत ही बड़ा पिलर है| जब पौंग डैम का पानी का स्तर बहुत ज्यादा होता है तब मंदिर तो डूब जाते है, मगर इस पिलर का ऊपरी हिस्सा नज़र आता है|

मंदिर के पत्थरों पर भगवान गणेश और काली माता की प्रतिमा बनी हुई है| मंदिर के अंदर भगवान विष्णु और शेषनाग की मूर्ति भी रखी हुई है|

Bathu Ki Ladi Mandir तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है| इसी मंदिर के पास एक टापू भी मौजूद है जिसे रेनसर के नाम से जाना जाता है| रेनसर यह एक फॉरेस्ट विभाग का Guest House है|

आपको बता दें इस जगह पर पौंग डैम बनने से पहले देश के कोने-कोने से लोग यहाँ दर्शन के लिए आया करते थे| अब इस मंदिर को देखने के लिए मार्च से जून के बीच ही पर्यटक आते है|
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ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग से पहले अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहाँ आश्रय लिया था और भगवान शिव की पूजा करने के लिए यह मंदिर बनवाया था|

यह मंदिर 8 मंदिरों की श्रृंखला में बने है और इनका निर्माण बाथू नामक पत्थरों से किया गया है, इसी वजह से इस मंदिर का नाम बाथू की लड़ी पड़ा है|

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