Kom-El-Shoqafa – एक गधे की वजह से मिली थी ये रहस्यमयी दुनिया

वैसे तो ये दुनिया कई रहस्यमयी चीजों से भरी है| समय रहते यहां कई सभ्यताओं का विकास हुआ और कई सभ्यताएं समाप्त भी हुई| इन सभ्यताओं के बारे में हमें तब जानने मिलता है जब पुरानी इमारतों और कंकालों के अवशेष हमें मिले है| आज हम आपको Kom-El-Shoqafa नामक रहस्यमयी दुनिया के बारे में बताने जा रहे है, जिसकी खोज की वजह एक गधा बना था|

Kom-El-Shoqafa

मिस्त्र के एलेक्जेंड्रिया में साल 1900 में हुई इस घटना के बारे में यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि एक दिन रास्ते में चलते हुए एक गधा अचानक एक गड्ढे में गिर गया|
Kom-El-Shoqafa
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उस गधे को बाहर निकलने के लिए उसके मालिक ने गड्ढे को खोदना शुरू कर दिया और अचानक उसे गड्ढे में एक बड़ा सा छेद दिखाई दिया| कई बार प्रहार करने के बाद उस गधे के मालिक को कुछ ऐसा नज़ारा देखने मिला, जिसे देखते ही उसके होश उड़ गए|
Kom-El-Shoqafa
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असल में इस गड्ढे के अंदर एक विशाल मकबरा था जिसका नाम कोम एल शोकाफा था| एक सदी में खो चुके इस मकबरे की खोज एक सामान्य गधे के मालिक ने की| इसके बाद जब यह बात पुरातत्वविदों तक पहुंची तो उन्होंने इसका परीक्षण शुरू किया तो पता चल कि यह मकबरा दूसरी शताब्दी के दौरान बनाया गया था, जो ग्रीको-रोमन दौर का सबसे बड़ा कब्रिस्तान रहा था|
Kom-El-Shoqafa
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पुरातत्वविदों के मुताबिक यहां पहले सिर्फ एक ही परिवार के लोगों के शवों को दफनाया जाता था, लेकिन बाद में इस परंपरा में बदलाव के चलते दुसरे लोगों के भी शवों को दफनाया जाने लगा|
Kom-El-Shoqafa
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सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस जगह पर दफनाए गए कई शव आज भी सुरक्षित हालत में है| गधे की यह कहानी सच है या नहीं इसकी पुष्टि तो नहीं है लेकिन रिकॉर्ड बताते है कि शाफ्ट को मॉन्सिएर एस-सईद एली गिबराह नामक एक व्यक्ति द्वारा अधिकारीयों को सूचित किया गया था|
Kom-El-Shoqafa
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इस व्यक्ति ने संग्रहालय के अधिकारीयों को बताया था कि वह क्षेत्र में खुदाई और पत्थर इकठ्ठा करते हुए एक इस गड्ढे को खोजा था| आज इस जगह को देखने के लिए कई पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है|
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